स्मृति बैंक द्वारा मंडी व्यवसायियो हेतु ग्राहक मिलन समारोह आयोजित
   
स्मृति नागरिक सहकारी बैंक

पिपलिया मंडी
 
पिपलिया मंडीरू स्मृति नागरिक सहकारी बैंक द्वारा कृषि उपज मंडी के व्यापारियों को नगदी सुविधा मंडी परिसर में ही उपलब्ध करवाने की उददेश्य को ध्यान में रखते हुवे तथा मंडी के व्यवसायियों को अधिक से अधिक स्मृति बैंक से जोड़ने हेतु मंडी परिसर में व्यावसायिक प्रतिनिधि के माध्यम से उक्त सुविधा देने की योजना को मूर्त रूप दिया हैण् यह सुविधा तुरंत प्रभाव से प्रारंभ की जा रही है.
 
बैंक के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हेमनानी ने बताया की बहुत लम्बे समय से यह सुविधा प्रारंभ करने की मांग पिपलिया मंडी परिसर के अधिकांश व्यापारियों द्वारा की जा रही थीण् उन्होंने आगे बताया की पिपलिया मंडी के अधिकांश व्यापारियों के खाते मन्दसौर के विभिन्न बैंकों में है तथा उन्हें प्रतिदिन नगदी लाने ले जाने हेतु मन्दसौर आना जाना पड़ता हैण् कल भी पिपलिया मंडी के एक व्यापारी के मुनीम से मन्दसौर से पिपलिया मंडी कैश लेकर आते समय हादसा हो गया तथा मुनीम से 4 लाख रुपये लूट लिए गएण् पिपलिया मंडी के व्यापारियों के साथ भविष्य में इस प्रकार की वारदात न हो तथा उन्हें मंडी परिसर में ही कैश प्राप्त हो जायेण् इस हेतु स्मृति बैंक ने मंडी परिसर में ही यह व्यवस्था की है तथा व्यापारियों से स्मृति बैंक से जुड़ने हेतु निवेदन किया हैण् बैंक में चालू खाता खुलवाने के लाभों पर भी उन्होंने प्रकाश डाला.
 
आगे उन्होंने बताया की स्मृति बैंक मध्य प्रदेश के समस्त शहरी को.ऑपरेटिव बैंकों में व्यवसाय ;जमा तथा ऋणद्ध में प्रथम स्थान पर रहा है जिसके लिए बैंक को भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा हाल ही में भोपाल में सम्मानित किया गयाण् बैंक की जमा राशी 200 करोड़ एवं ऋण राशी 125 करोड़ रुपये को छूने को आतुर है.
 
उन्होंने यह भी बताया की एसोचेम द्वारा जनवरी माह में अखिल भारतीय स्तर पर स्मृति बैंक को मुंबई में आयोजित एक समारोह में वित्तीय समावेशन के क्षेत्र में श्रेष्ठ कार्य रने हेतु द्वितीय पुरस्कार प्रदान कियाए यह बैंक के लिए बहुत ही गौरव की बात है.
 
इसी तारतम्य में नीति फाउंडेशन नईदिल्ली जो की एक छळव् है के द्वारा भी बैंक की सभी शाखाओ का अध्ययन किया गया तथा अपनी रिपोर्ट रिज़र्व बैंक भोपाल को प्रस्तुत की जिसमें उन्होंने स्मृति बैंक की कार्य प्रणाली की तारीफ की तथा उसे अन्य शहरी बैंकों में किस प्रकार से लागू किया जा सकता है इस विषय पर भोपाल में गोल मेज कांफ्रेंस आयोजित कीण् इसमें स्मृति बैंक के संस्थापक संचालक श्री नरेन्द्र जी नाहटा को विशेष रूप से ब्रिटिश हाई कमीशन एवं नीति फाउंडेशन द्वारा भोपाल में आमंत्रित कियाण् जहाँ एक और श्री नाहटा ने स्मृति बैंक की पिछले 16 वर्षो में हुई प्रगति की चर्चा की तथा सफलता हेतु बैंक स्टाफ एवं एजेंट्स की प्रशंसा की तथा इस हेतु किये गए प्रयासों से सदन को अवगत करायाण् श्री नाहटा ने इस कांफ्रेंस में सहकारिता के क्षेत्र में आने वाली कठिनाईयों तथा उनमे किस प्रकार सुधार किया जा सकता है इस विषय पर भी अपने विचार रखें.
 
बैंक के मुख्य विकास अधिकारी श्री सुरेन्द्र फरक्या ने बैंक की विभिन्न जमा एवं ऋण योजनाओ के बारे में प्रकाश डाला तथा स्मृति बैंक से जुडने का अनुरोध कियाण् उन्होंने यह भी बताया कि स्मृति बैंक जहाँ अपने ग्राहकों को जमा राशी पर अधिक ब्याज प्रदान कर रहा है वहीँ व्यापारियों को कम ब्याज दरए विश्वसनीय एवं त्वरित सेवाए एवं न्यूनतम औपचारिकताओ की पूर्ति करने पर ऋण भी प्रदान कर रहा हैण् उन्होंने व्यापारियों से स्मृति बैंक से जुड़ने का आग्रह किया तथा उन्हें सभी प्रकार की सुविधाएँ देने हेतु कटिबद्धता जताई.
 
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कृषि उपज मंडी अध्यक्ष श्री सुरेशजी रूपरा एवं व्यापारी संघ के अध्यक्ष श्री अनिलजी मुजावदिया थेण् कार्यक्रम में श्री कैलाशजी भूतए मोहनलालजी गुप्ताए संतोषजी अग्रवाल ने अपने विचार रखेण् जिनमे प्रमुख रूप से गरीब व्यक्तियों को हाउस लोन देनाए ऋण पर ब्याज दर अधिक होनाए स्टाम्प ड्यूटी में छुट एवं आर टी जी एस सेवा से सम्बंधित थेण् श्री हेमनानी द्वारा उनकी समस्यायों का निवारण किया गया तथा बताया कि स्मृति बैंक में सभी प्रकार की सुविधायें उपलब्ध हैण् आवश्यकता है स्मृति बैंक से जुड़ने की.
 
श्री सुरेशजी रूपरा द्वारा मंडी परिसर में बैंक चालू करने हेतु स्थान उपलब्ध करवाने का भी कहाण् श्री हेमनानी द्वारा शीघ्र व्यवसाय प्रतिनिधि को नियुक्त कर मंडी परिसर में बैंक का कार्य प्रारंभ करने का आश्वासन दिया.
आभार प्रदर्शन श्री शीतल शर्मा शाखा प्रबंधक ने किया.
 
(जी टी हेमनानी)
मुख्य कार्यपालन अधिकारी
प्रति,
संपादक महोदय

की और भेजकर निवेदन है की आपके लोकप्रिय समाचार पत्र में प्रकाशित करने का कष्ट करें.